सूरज और अंजलि के पास रात भर जो बच्चा लेटा था वह जब सुबह सुबह दिखाई नहीं देता तो दोनों डर जाते हैं। उन्हें लगता है कि रात भर जो बच्चा उनके पास लेटा था आखिरकार वह गया तो गया कहां ?
अब सूरज और अंजली इस घटना की जानकारी होटल के मैनेजर को देना चाहते है। सूरज ने तुरंत अपना फोन निकाला और मैनेजर के पास फोन लगाने के लिए नंबर डायल किया ।
होटल के मैनेजर का फोन लग नहीं रहा था। फोन में बता रहा था कि यह नंबर गलत है कृपया सही नंबर डायल करें। ऐसा सुनकर दोनो को अजीब लग रहा था कि अभी कल ही तो बात हुई थी इस नंबर पर , लेकिन अब नंबर गलत कैसे बता रहा , लेकिन फिर भी उसने इस बात को जाने दिया और मैनेजर से मिलकर सबकुछ बताने का फैसला किया ।
सूरज कहता है कि चलो साथ चलते हैं, तुम अकेले इस रूम में मत रहो। दोनों मैनेजर के पास नीचे जाते हैं जहां ग्राउंड फ्लोर में उसका केबिन होता है।
जब सूरज और अंजलि केबिन पर पहुंचते हैं। तो वहां देखते हैं कि मैनेजर नहीं है उसकी कुर्सी में तो कोई लड़की बैठी है? सूरज लड़की से कहता है कि मैनेजर को बुलाइये कुछ जरूरी बात करनी है, लड़की सूरज की ओर घूरकर देखती है और कहती ; कौन मैनेजर ! मै ही यहां की मैनेजर पिछले 5 साल से हूं । इतना सुनकर सूरज और अंजली चौंक जाते हैं और सोंचने लगते हैं : कल तक तो इस चेयर में कोई लड़का मैनेजर बैठता था। आज यहां एक लड़की कैसे बैठी हुई है। इस लड़की मैनेजर के पास पहले से ही तीन चार लोग खड़े हुए थे।
जो वहां के रेगुलर कस्टमर लग रहे थे। सभी सूरज और अंजली को घूर कर देखने लगे और
सब आपस में बात करने लगे कि यह लड़का कैसी बातें कर रहा है? उनकी आपस में फुसफुसाहट भरी बातों को सुनकर सूरज आश्चर्यचकित हो जाता है क्योंकि सभी उसे संदेह की नजरों से देखते हैं । तभी मैनेजर कहती हैं कि सर काम बताइये , क्या आपने इस होटल को बुक किया है यदि हां तो बुकिंग नंबर बताये मैं आपका रूम साफ करवा देती हूं फिर आप रुक सकते हैं। तभी सूरज गुस्साते हुए बोलता है , क्या बकवास है:
हम यहां! कल से रुके हुए हैं।
यदि आप मैनेजर हो तो ,आपसे एक भी बार मेरी बात क्यों नहीं हुई ? यदि कोई और मैनेजर नहीं था तो हमें होटल में रूम किसने दिया , हमें होटल का पता किसने बताया और हां, रात में जब मैंने फोन करके खाना आर्डर किया था। तो खाना हमारे लिए किसने बनवाया और भिजवाया था?
जो मैडम मैनेजर के रूप में होटल में बैठी हुई थी, उसका नाम रोशनी था।
उसने तुरंत कम्यूटर में देखते हुए पूछा , सर आपका नाम क्या है। सूरज बोला मैने सूरज और अंजली नाम से होटल बुक किया था।
रोशनी कहती है कि आपके नाम से तो होटल का कोई भी कमरा बुक ही नहीं है, और हां मैंने भी तो आपको पहले कभी नहीं देखा। तसल्ली के लिए आप खुद हमारा कम्प्यूटर देख सकते हैं । सूरज कम्प्यूटर देखता है और उसे अपना और अंजली का नाम कहीं नही दिखता है । वह चौंक जाता है लेकिन अपने आप को संभालता है और रोशनी से कहता है
कि हम रूम नंबर 13 मे रूके हैं वहां हमारा सारा सामान भी रखा है। तभी रोशनी बोलती है कि रूम नंबर 13 में तो विकास लाल 3 दिन से ठहरे हुए हैं।
तब सूरज कहता है कि आप ऐसा क्यों बोल रही हैं वहां पर हमारा सामान रखा हुआ हैं हम रात भर उसी कमरे में रूके थे। अंजली बगल में खड़े हुए आश्चर्य से सब देख रही थी ।
तभी सूरज ने रोशनी को रूम दिखाने का जिद किया और रोशनी उसके साथ चल दी । तभी सूरज ने अंजली से कहा तुम यहां बैठो मै रूम दिखाकर आता हूं । अंजली बगल में रखे सोफे पर बैठ गई । सूरज और रोशनी रूम देखने के लिए निकल गये ।वे दोनो रूम के पास पहुच गये , रूम नंबर 13 अंदर से बंद था। तभी रोशनी दरवाजा खुलवाती है और अंदर से विकास लाल निकलते हुए कहते हैं। क्या हुआ मैडम?
क्या बात है? आप कुछ टेंशन में लग रही हैं?
इतना देखकर सूरज केआंखों को यकीन नहीं होता, वह सोंचता है। यह क्या माजरा है ? सूरज कमरे के अंदर जाता है और आपना सामान चारों तरफ देखता है लेकिन उसे अपना सामान कही नहीं दिखता । और वह सोचता है हम रात भर यहीं तो रूके थे तो हमारा सामान गया तो गया कहा? तभी रोशनी बोलती है तसल्ली हो गयी सर अब चलते हैं ।तभी
सूरज को याद आता है। उसने होटल की बुकिंग ऑनलाइन करी थी मोबाइल में ट्रांजैक्शन नंबर पड़े होंगे तो उसने सोचा कि मैं रोशनी को दिखाता हूं। तब सूरज अपना फोन निकालता और कहता है,रोशनी मैने रूम आनलाइन बुक किया था। मै आपको ऑनलाइन बुकिंग का ट्रांजैक्शन नंबर और रूम का नंबर दिखाता हूं। और वह ट्रांजैक्शन नंबर दिखाते हुए रोशनी से कहता है देखिए यह मैंने गोयनका होटल बुक किया था। देखिए यह ट्रांजैक्शन नंबर और रूम नंबर है और मैनेजर का सुधांशु है !
तभी रोशनी बोलती हैं : अरे सर यह गोयनका होटल नहीं है। यह सुष्मिता होटल है।
गोयनका होटल तो? पिछले कई साल पहले ही बंद हो चुका था। गोयनका होटल नाम का कोई होटल शहर में मौजूद नहीं है। अब सूरज को और भी ज्यादाअजीब लगने लगा। और सूरज ने मैडम से पूछा कि गोयनका होटल बंद हो चुका , कैसे बंद हो चुका था?
रोशनी मैडम ने कहा कि राहुल बजाज जो सुष्मिता होटल के ओनर हैं। उन्होंने महेंद्र गोयनका से गोयनका होटल खरीदकर उस जगह पर इस बेहतरीन लाजवाब होटल को बनवाया। गोयंका होटल गिरे हुए तो कम से कम 5 साल के ऊपर हो चुके हैं। और पहली बार मुझे ही मैनेजर बनाया गया और तब से मैं यहा की मैनेजर हूं । इतनी बातें सुनकर सूरज की आंखें फटी की फटी रह गई । उसने सोचा कि उसने जिस होटल को ऑनलाइन बुक किया था। वह तो 5 साल पहले ही बंद हो चुका था। आखिर आया कौन था? वह यह सोंच ही रहा था कि
तभी रोशनी को कहती है कि?
मुझे याद आया जो पुराने गोयनका होटल के मैनेजर थे। उनका नाम सुधांशु भारद्वाज था।
आप उन्हीं की बातें कर रहे थे लग रहा। आप तो पुराने समय में चले गए थे। चुटकी भरे अंदाज में रोशनी ने कहा।
तब सूरज ने कहा हां, मैं सुधांशु भारद्वाज के बारे ही बात कर रहा था । आप उनके बारे में कुछ बताएंगी तब?
रोशनी बोलती है
सुधांशु जब गोयनका होटल के मैनेजर थे तब एक दिन इस होटल में रात को एक फैमिली रुकी थी जिनमे पति पत्नी और एक 3-4 साल का बच्चा था अगले दिन तीनो की लाश रहस्यमई तरीके से बिस्तर में पड़ी मिली और मीडिया मे मामला हाईलाइट होने से होटल को बहुत नुकसान हो गया फिर बहुत ज्यादा तनाव के कारण सुधांशु ने होटल के ही एक रूम में सुसाइड कर लिया था।
फिर ,कुछ दिनों बाद से होटल में बहुत अजीब घटनाएं होना शुरू हो गयीं,जिससे तंग आकर उसके पुराने मालिक ने होटल को सेल कर दिया था। फिर हमारे बजाज सर ने इसको खरीदा और उसको गिरवा करके एक नया बेहतरीन होटल यहां बनवाया।
यह बात सुनकर सूरज के हाथ पैर फूलने लगे। उसे लगा कि अभी तक जिस मैनेजर से वह कल तक बात कर रहा था, वह तो इस दुनिया में है नहीं। इधर अंजली सूरज के इंतजार मे बैठी थी तभी बाहर से सूरज जैसा आदमी प्रवेश करता है। अंजली कहती है सूरज !अभी तो आप ऊपर गये थे बाहर कैसे पहुच गये इतनी जल्दी। तभी सूरज अंजली से कहता है यहां कुछ गड़बड़ है हमे इस होटल को छोड़ देना चाहिए और वह अंजली का हाथ पकड़कर होटल से बाहर निकल जाता है। इधर रोशनी और सूरज बात करते हुए नीचे आते है ।सूरज के मन मे कई अजीबोगरीब ख्याल थे । तभी रोशनी और सूरज ने देखा कि अंजली गायब है।।।।सूरज बहुत डर जाता है।। आखिर अंजली गयी कहां, क्या सूरज उसे ढूढ़ पायेगा ;वह अंजली को वापस कैसे लायेगा ।। यह जाने के लिये देखें पार्ट 4 ।।