मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के पास स्थित हातोद में फैली करीब 300 एकड़ की गुलावट लोटस वैली, प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल है। यह क्षेत्र अपने विशाल कमल के फूलों की खेती के लिए प्रसिद्ध है और देश के विभिन्न हिस्सों में यहां से कमल के फूलों की सप्लाई होती है। खासकर त्योहारी सीजन में यहां की मांग दोगुनी हो जाती है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!गंभीर नदी पर बनी इस खूबसूरत झील की सैर करना एक विशेष अनुभव है। पर्यटक यहां बोट से कमल के फूलों के बीच में घूमते हुए इसकी सुंदरता का आनंद लेते हैं। साथ ही, फोटो शूट के लिए भी यह जगह एक अद्भुत पृष्ठभूमि प्रदान करती है। गुलावट लोटस वैली का सन सेट व्यू कन्याकुमारी और गोवा के सूर्यास्त की याद दिलाता है, जहां आकाश में छाई सूर्य की सुनहरी किरणें झील के शांत जल में एक अनोखा प्रतिबिंब उत्पन्न करती हैं।
इस क्षेत्र के आसपास के जंगलों का दृश्य भी काफी रोमांचक है, जो दक्षिण अफ्रीका और असम के जंगलों जैसा महसूस कराते हैं। यह प्राकृतिक सौंदर्य और शांति से भरपूर स्थल उन लोगों के लिए खास है, जो भीड़-भाड़ से दूर शांति और सुकून की तलाश में होते हैं।
हालांकि, लोटस वैली में एक बड़ी समस्या जलकुंभी का फैलाव है। झील में लगातार बढ़ रही जलकुंभी के कारण कमल के फूलों का अस्तित्व खतरे में है। अगर प्रशासन ने जल्द ही इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया, तो गुलावट लोटस वैली अपनी अनोखी पहचान खो सकती है। यह स्थल न केवल पर्यटकों के लिए, बल्कि स्थानीय लोगों के रोजगार के लिए भी महत्वपूर्ण है।
इंदौर की गुलावट लोटस वैली अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आकर्षण के कारण पर्यटकों के बीच एक अनमोल रत्न के रूप में उभर रही है। इसकी देखभाल और संरक्षण के प्रयासों की जरूरत है ताकि आने वाली पीढ़ियां भी इस अद्वितीय स्थल की भव्यता का आनंद ले सकें।