केरल के शहर कोझिकोड को भारत का पहला साहित्यिक शहर के रूप में मान्यता दी गई है। इससे पहले लगभग नौ महीने पहले कोझिकोड को ‘यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क (यूसीसीएन)’ की ‘साहित्य’ श्रेणी में स्थान मिला था। यह उपलब्धि अक्तूबर 2023 में सामने आई थी। यूनेस्को के इस मान्यता से कोझिकोड ने भारतीय साहित्य और सांस्कृतिक विरासत को एक नई पहचान दी है।
कोझिकोड के साहित्यिक विरासत का इतिहास बहुत गहरा है। यहाँ के लोगों ने साहित्य, कला, और संस्कृति के क्षेत्र में अपने योगदान किए हैं। इस शहर में विभिन्न भाषाओं, लोककथाओं, कविताओं, उपन्यासों, और नाटकों की अद्भुत परंपरा है।
कोझिकोड के साहित्यिक घटकों में विशेष रूप से उनके लोकप्रिय लेखक, कवि, और साहित्यिकों का महत्वपूर्ण योगदान है। यहाँ के साहित्यिक समुदाय ने भारतीय साहित्य को नई दिशाओं में ले जाने के लिए कई उपाय किए हैं।
कोझिकोड को यूनेस्को साहित्य शहर के रूप में मान्यता मिलने से यहाँ के साहित्यिक विरासत को विश्व स्तर पर पहचान मिली है। यह एक गर्व की बात है कि भारत में पहली बार एक शहर को साहित्यिक शहर के रूप में यूनेस्को द्वारा मान्यता दी गई है।