कहानी का अगला भाग इस प्रकार है:
अंजलि के मन में सवालों और आशंकाओं की बाढ़ सी आ गई थी। उसे नहीं पता था कि किस पर भरोसा किया जाए या आगे क्या किया जाए। लेकिन इससे पहले कि वह कोई और सवाल पूछ पाती, एजेंट थॉम्पसन का फोन बज उठा।
“थॉम्पसन यहाँ है,” उसने फोन करने वाले की बात ध्यान से सुनते हुए उत्तर दिया। “क्या? कहाँ? ठीक है, समझ गया।”
उसने फोन रख दिया और अंजलि और उसके पिता की ओर मुड़ा। “हमारे पास एक समस्या है,” उसने कहा। “तुम्हारे पीछे आने वाले व्यक्ति, अंजलि, का पता लगा लिया गया है। वे अब यहाँ आने वाले हैं।”
अंजलि का दिल धड़क उठा। “कौन है?” उसने अपनी आवाज़ को स्थिर रखने की कोशिश करते हुए पूछा।
एजेंट थॉम्पसन के चेहरे पर उदासी थी। “यह स्वरा है। वह तुम्हारा पीछा कर रही है, अंजलि। हमें तुम्हें अब यहाँ से निकालना होगा।”
अंजलि के पिता खड़े हो गए, उनकी आँखें उसकी आँखों पर टिकी थीं। “हमें जाना होगा, अंजलि। अभी।”
अंजलि ने सिर हिलाया, उसका मन डर से भाग रहा था। उसे नहीं पता था कि स्वरा क्या करने में सक्षम है, लेकिन उसे पता था कि उसे उससे दूर जाना होगा।
जब वे ब्रीफिंग रूम से बाहर निकले, तो अंजलि का दिल उसकी छाती में धड़क रहा था। वह एक खतरनाक खेल में फंस गई थी, और उसे नियम नहीं पता थे। लेकिन एक बात पक्की थी – अगर उसे बचना था तो उसे अपने पिता और एजेंट थॉम्पसन पर भरोसा करना था।
वे गलियारों से भागे, एजेंट थॉम्पसन आगे चल रहे थे। अंजलि का दिल उसकी छाती में धड़क रहा था, उसका दिमाग डर से भाग रहा था। उसे नहीं पता था कि वे कहाँ जा रहे थे, लेकिन वह जानती थी कि उन्हें स्वरा से दूर जाना है।
जैसे ही वे एक कोने में मुड़े, एजेंट थॉम्पसन अचानक रुक गए। “यहाँ रुको,” उन्होंने कोने के चारों ओर झाँकते हुए फुसफुसाया।
अंजलि के पिता ने उसे अपने पास खींचा, उनकी आँखें उस क्षेत्र को देख रही थीं। “क्या है?” उन्होंने एजेंट थॉम्पसन से फुसफुसाते हुए कहा।
एजेंट थॉम्पसन की आवाज़ धीमी और ज़रूरी थी। “स्वरा की टीम करीब आ रही है। हमें अब यहाँ से निकलना होगा।”
अंजलि के पिता ने सिर हिलाया, उनकी आँखें उसकी आँखों पर टिकी थीं। “मेरे करीब रहो,” उन्होंने फुसफुसाते हुए कहा।
जैसे ही वे आगे बढ़े, अंजलि का दिल डर से भाग रहा था। वह उनके पीछे कदमों की आवाज़ सुन सकती थी, जो करीब और करीब आ रहे थे।
अचानक, एजेंट थॉम्पसन ने एक दरवाज़ा खोला और उन्हें अंदर खींच लिया। “यहाँ,” उसने फुसफुसाते हुए कहा, उनके पीछे दरवाज़ा बंद कर दिया।
अंजलि ने चारों ओर देखा, उसकी आँखें अंधेरे के अनुकूल हो रही थीं। वे किसी तरह के भंडारण कक्ष में थे, जो टोकरियों और बक्सों से भरा हुआ था।
“हम कहाँ हैं?” उसने अपने पिता से फुसफुसाते हुए कहा।
उसने उसे अपने पास खींचा, उसकी आवाज़ धीमी और ज़रूरी थी। “हम अभी सुरक्षित हैं। लेकिन हमें चलते रहना है। स्वरा आसानी से हार नहीं मानेगी।”
जैसे ही उन्होंने अपनी साँसें संभालीं, अंजलि को एहसास हुआ कि वह एक खतरनाक खेल में फंस गई है। अगर वह बचना चाहती थी, तो उसे अपने पिता और एजेंट थॉम्पसन पर भरोसा करना होगा। लेकिन क्या वह वास्तव में उन पर भरोसा कर सकती थी? और स्वरा उससे क्या चाहती थी? उसके दिमाग में सवाल घूम रहे थे, लेकिन वह जानती थी कि अगर उसे ज़िंदा रहना है, तो उसे चलते रहना होगा।