बृहस्पतिवार को कैसे भगवान नारायण खुश होते हैं?How Lord Narayana is pleased on Thursday?


बृहस्पतिवार का दिन हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण होता है। इस दिन भगवान विष्णु और देवताओं के गुरू बृहस्पति को समर्पित होता है। भगवान श्रीविष्णु की पूजा बृहस्पतिवार के दिन भगवान श्रीहरि की पूजा की जाती है। इस दिन विधि पूर्वक भगवान श्री हरि विष्णु का व्रत रखने और पूजन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस दिन केले के पेड़ की भी पूजा की जाती है, क्योंकि केले के पेड़ को हिन्दू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है और भगवान विष्णु की पूजा में केले के पत्तों का उपयोग किया जाता है। बृहस्पति देव की पूजा इस दिन देवताओं के गुरू बृहस्पति देव की पूजा की भी विधान होता है। बृहस्पतिदेव को बुद्धि का कारक माना जाता है। इस व्रत को करने से बृहस्पति देव अति प्रसन्न होते हैं तथा धन और विद्या का लाभ होता है। बृहस्पतिवार व्रत की शुरूआत किसी भी माह के शुक्ल पक्ष में अनुराधा नक्षत्र और गुरुवार के योग के दिन इस व्रत की शुरुआत करना चाहिए। नियमित सात व्रत करने से गुरु ग्रह से उत्पन्न होने वाला अनिष्ट नष्ट होता है। कथा और पूजन के समय मन, कर्म और वचन से शुद्ध होकर मनोकामना पूर्ति के लिए बृहस्पति देव से प्रार्थना करनी चाहिए।

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